निगम में दर्जनों विभाग का दे दिया इनाम प्रभार
छिंदवाड़ा – नगर निगम के अधिकारियों की कार्यशैली किसी से भी छुपी नहीं। निगम में साहब के रूप में तैनात एक कर्मचारी (बाबू) पर बड़े साहब की ऐसी मेहरबानी है कि उन्होंने दागदार छवि रखने वाले छोटे साहब पर कार्रवाई करने की बजाए उन्हें दर्जनों विभाग का प्रमुख बनाकर इनाम देकर पुरस्कृत कर दिया । इन सारे विभागों का जिम्मा मिलने के बाद साहब की फिर से तूती बोलने लगी हैं। बाकायदा रोज साहब हर विभाग में अपनी धोस दिखाते हुए। अपना सिक्का जमा रहे है, ताकि अधिनस्थ कर्मचारी उनकी बात सुने और उन पर मेहरबानी के छीटें बरसाते रहे। यह बड़ा खेल सालो से बेखौफ चला आ रहा है। जिसको लेकर सभी विभाग के कर्मचारी खासे परेशान और चिंतित भी है, लेकिन साहब की यह कार्य प्रणाली निगम में सबके लिए बड़ी चर्चा का विषय बनी हुई है। विभागीय जानकारो की माने तो साहब ने पहले की तरह अपना काम भी (सेवा शुल्क) शुरू कर दिया है। इस काम के एवज में बकायदा वे अपनी सेवा भी करवा रहे है। जिसको लेकर विभाग के कर्मचारी अपनी नौकरी बचाने के लिए सेवा में लगे रहते है । साहब की हर बात मानते हुए सेवा के नए नए तरीके भी ढूढते है।
ग्रीन लैंड मामला –
नगर पालिक निगम के साहब ने कुछ साल पहले ग्रीनलैंड की तक परमिशन दे दी थी। इस परमिशन के मामले का जब खुलासा हुआ तो कई तरह के सवाल अधिकारियों के सामने आ गए थे। लेकिन इसके बाद भी इसी साहब पर बड़े साहब ने ऐसी मेहरबानी दिखाइए है कि इन्हें फिर से ऐसे कई विभाग सौंप दिए जो कई मामलों में सबसे आगे रहते हैं। आखिर साहब पर बड़े साहब की मेहरबानी का क्या कारण है।
आरटीआई में मिलते हैं गोल-मोल जवाब –
निगम में किसी भी मामले की जानकारी प्राप्त करने के लिए आईटीआई कार्यकर्ता द्वारा आवेदन लगाया जाता है। तो उस आवेदन पर गंभीरता नहीं दिखाई जाती। बल्कि उस आवेदक को जानकारी देने के लिए लगातार परेशान किया जाता है। इसके साथ ही जानकारी अगर दी भी गई, तो आधी अधूरी जानकारी देकर मामले को दबाने का प्रयास किया जाता है।
रिपोर्ट –
प्रवीण काटकर
9424300567