Home CITY NEWS फायर सेफ्टी – नोटिस जारी होते ही प्रसन्न हो जाती है ‘लक्ष्मी’

फायर सेफ्टी – नोटिस जारी होते ही प्रसन्न हो जाती है ‘लक्ष्मी’

अधिकारियों के निर्देश पर छोटा कर्मचारी बिछाता है अपनी बिसात

छिंदवाड़ा – फायर सेफ्टी को लेकर नगर निगम के अधिकारी कितने गंभीर है। यह बात किसी किसी से छुपी नहीं है। जहां नगर निगम के अधिकारियों द्वारा औपचारिकता निभाते हुए हॉस्पिटल शोरूम सहित अन्य प्रतिष्ठानों को नोटिस जारी कर दिया जाता है। लेकिन नोटिस जारी होते ही बकायदा ‘ लक्ष्मी ‘ भी अधिकारियों पर खूब प्रसन्न हो जाती है। ऐसा ही कुछ नगर निगम के फायर सेफ्टी विभाग में इन दिनों चल रहा है।
कोचिंग संस्थान सहित छोटे-बड़े प्रतिष्ठानों में फायर सेफ्टी के इंतजाम किए जाने के निर्देश समय-समय पर राज्य सरकार द्वारा जारी किए जाते हैं। इस आदेश के बाद तत्काल छिंदवाड़ा नगर निगम की अधिकारी सक्रिय हो जाते हैं। लेकिन यह सक्रियता सिर्फ नोटिस तक सीमित रहती है। ताकि नोटिस जारी होने के तुरंत बाद सेटिंग का दौर शुरू हो और सेटिंग के दौरान अच्छी खासी लक्ष्मी भी प्रसन्न हो जाए । इस मामले में विभाग से जुड़े कुछ कर्मचारियों ने सटीक जानकारी देते हुए बताया कि फायर सेफ्टी विभाग द्वारा ऐसे कई रेस्टोरेंट सहित अन्य प्रतिष्ठानों के संचालकों को फायर सेफ्टी लगाने के लिए नोटिस जारी किए थे। जिसमें विभाग के अधिकारियों ने आदेश को बड़ी गंभीरता से लिया और बकायदा शहर में हर छोटे बड़े रेस्टोरेंट और हॉस्पिटल दुकान सहित अन्य प्रतिष्ठानों को बगैर देरी किए नोटिस भी जारी कर दिए। नोटिस जारी करने के बाद विभाग भूल गया, दरअसल अधिकारियों के भूलने का रीजन सिर्फ नोटिस के बाद प्रसन्न होने वाली लक्ष्मी ही होता है। लक्ष्मी के प्रसन्न होने के तत्काल बात यह कार्रवाई अचानक ही थम जाती है।

बड़े-बड़े अस्पताल और मॉल पर मेहरबानी है निगम –
नगर पालिका निगम के अधिकारी इतने शातिर होते हैं कि उनकी यह कार्य प्रणाली बड़े ही सटीक ढंग से चलती है। जिसमें उनके द्वारा दिखावे के लिए निजी अस्पताल, कोचिंग संस्था, मॉल, प्राइवेट स्कूल , रेस्टोरेंट, होटल मैं औपचारिकता निभाते हुए नोटिस जारी कर दिया जाता है। नोटिस जारी होने के बाद बारी-बारी से लक्ष्मी का खेल शुरू हो जाता है लक्ष्मी मिलने के बाद अधिकारी उसे नोटिस को भूल जाते हैं और संचालकों को फिर से एक बार निगम की तरफ से खुली छूट दे दी जाती है। निगम के फायर सेफ्टी विभाग में यह खेल सालों से चल रहा है।

जरा हट के
रिपोर्ट –

प्रवीण काटकर
9424300567