अधीक्षकों पर सहायक आयुक्त की मेहरबानी, जिले के छात्रावासो के बच्चे हो रहे प्रताड़ित
छिंदवाड़ा -जिले के जनजाति कार्य विभाग के अधीन छात्रावास और आश्रमों में सालों से अधीक्षक विभागीय टैक्स देकर जमे हुए हैं। यह आरोप कर्मचारी संघ ने लगाए हैं। जिसको लेकर कलेक्टर से भी इस मामले में शिकायत की गई है।साथ ही यह भी गंभीर आरोप लगाए हैं कि एससी और एसटी छात्रावास में सामान्य वर्ग में आने वाले अधीक्षकों को तैनात कर दिया गया है। जिनके द्वारा एससी और एसटी छात्र-छात्राओं से बुरा व्यवहार किया जाता है। जिस तरह से चोरई के छात्रावास में छात्राओं को जाति सूचक गालियां दी जाती है, ठीक उसी तरह से अन्य छात्रावासों के भी यही हाल है। जहां सामान्य वर्ग के अधीक्षकों द्वारा छात्राओं और छात्रों के साथ जाति सूचक शब्दों का उपयोग कर उन्हें प्रताड़ित किया जाता है। इस मामले में विभागीय जानकारो की माने तो अधिकांश छात्रावास में सालो से पदस्थ इन अधीक्षकों को हटाने के लिए साहब के द्वारा कभी कोई कड़े प्रयास नहीं किए गए हैं। लेकिन इसको लेकर आरोप जरूर लगे हैं कि सालों से पदस्थ अधीक्षकों द्वारा समय-समय पर विभागीय टैक्स दिया जाता है। इस टैक्स की बदौलत ही अधीक्षकों को खुली छूट साहब की तरफ से मिल रही है, और अधीक्षक अपनी मनमानी करते चले आ रहे हैं।
अधीक्षकों के व्यवहार से नाखुश रहते हैं बच्चे –
जिले के छात्रावास और आश्रम में सालों से पदस्थ अधीक्षको पर कई संगीन तरह के आरोप लगते आए हैं। लेकिन इसके बाद भी साहब की कृपा इन अधीक्षकों पर साफ दिखाई देती है। जहां अधीक्षकों द्वारा छात्रावास में बच्चों से बुरा व्यवहार किए जाने के साथ उन्हें अच्छा खाना न देकर प्रताड़ित किया जाता रहा है।
जरा हट के…
रिपोर्ट …
प्रवीण काटकर
9424300567